
एजेंसी, मुंबई। विश्व कप क्रिकेट का पहला सेमीफाइनल भारत और न्यूजीलैंड के बीच 15 नवंबर, बुधवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम का प्रदर्शन देखते हुए टीम इंडिया का पलड़ा भारी बताया जा रहा है, लेकिन मुकाबला इतना आसान भी नहीं होगा। विश्व कप नॉकआउट में भारत के खिलाफ न्यूजीलैंड का रिकॉर्ड शानदार रहा है।
वानखेड़े स्टेडियम में टॉस अहम होने जा रहा है। जानकारों का मानना है कि टॉस जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाजी करना पसंद करेगी। बड़ा स्कोर खड़ा करने के बाद विपक्षी टीम पर दबाव डालने की रणनीति अपनाई जाएगी।
हालांकि बाद में भी बल्लेबाजी में ज्यादा परेशानी नहीं आती है, लेकिन दूसरी पारी के पहले कुछ ओवर्स में यहां गेंद स्विंग होती दिखाई दी है। कुल मिलाकर कप्तान रोहित शर्मा भी यही रणनीति अपनाएंगे।

इस विश्व कप में वानखेड़े में पहले बल्लेबाजी करते समय औसत स्कोर 6 विकेट पर 357 रन रहा है, जबकि लक्ष्य का पीछा करते समय औसत स्कोर 9 विकेट पर 188 रन रहा है।
इस पिच पर पहले 15 ओवर संभलकर बल्लेबाजी करना होगी। इसका मतलब यह हुआ कि यदि भारत टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला करता है तो रोहित शर्मा थोड़ा संभलकर खेलेंगे। उनसे आते ही चौके-छक्कों की बारिश की उम्मीद न लगाएं।
यदि भारत टॉस हार जाता है और फॉर्म में चल रहे न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों के खिलाफ क्षेत्ररक्षण करने के लिए मजबूर होता है, तो तेज गेंदबाजों को अपना जादू दिखाना होगा और न्यूजीलैंड को 300 रन से कम स्कोर पर रोकने के लिए पहले पावरप्ले में कुछ विकेट लेने होंगे।
