इंदौर। मध्यप्रदेश क्रिकेट संगठन (एमपीसीए) के 2 अक्टूबर को होने वाले चुनावों से पहले ही अध्यक्ष समेत कई प्रमुख पदों पर सत्ताधारी गुट का कब्जा तय हो गया है क्योंकि इन पदों पर विरोध में कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं हुआ है। नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन तक अध्यक्ष पद के लिए अकेले अभिलाष खांडेकर ने नामांकन दाखिल किया था।
उपाध्यक्ष पद पर रमणीक सलूजा, सह सचिव पद पर सिद्धियानी पाटनी अकेले उम्मीदवार हैं। संस्थागत सदस्य के लिए इंदौर के सीसीआई से सिद्धार्थ कपूर और ग्वालियर के सिंधिया स्कूल से नमन कुमार सारस्वत ने पर्चा भरा। कार्यकारिणी के चार सदस्यों के लिए भी चार ही दावेदार खड़े हुए और सभी सिंधिया-जगदाले गुट के हैं। इन पदों पर अक्षय धाकड़, धीरज श्रीवास्तव, रघुराजसिंह चौरड़िया और संग्राम कदम ने पर्चा भरा। इन सभी का निर्विरोध चुना जाना तय है। क्रिकेट समिति के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया और संजय जगदाले गुट से अशोक जगदाले और नरेंद्र मेनन ने पर्चा भर दिया। सचिव पद के सिए संजीव राव और अमिताभ विजयवर्गीय के बीच मुकाबला होगा।
विजयवर्गीय का आईडीसीए निर्विरोध चुना गया :
सचिव पद के लिए भले ही अमिताभ विजयवर्गीय को चुनौती का सामना करना पड़ रहा हो, लेकिन उनकी अगुआई वाले इंदौर संभागीय क्रिकेट संगठन (आईडीसीए) को निर्विरोध चुना गया। संभागीय संगठनों के पांच पदों के लिए आईडीसीए (संजय लुणावत) सहित ग्वालियर (गजेंद्र जैन), नर्मदापुरम (अनंत तिवारी), रीवा (फैज सिद्दिकी) और सागर (मो. तारिक हुसैन खान) के अलावा अन्य किसी ने पर्चा नहीं भरा।
19 में से 14 पदों पर एक ही नाम होने से स्थिति स्पष्ट हो गई :
पूर्व अंतरराष्ट्रीय अंपायर नरेंद्र मेनन दो बार एमपीसीए सचिव जैसे बड़े पद पर चुने जा चुके हैं। 73 वर्षीय मेनन के इस बार क्रिकेट समिति के लिए दावेदारी से सभी चौंक गए। इसी प्रकार संजय जगदाले के भाई अशोक जगदाले ने भी इस समिति के लिए दावेदारी की है। वे भी 73 साल के हो चुके हैं। पूर्व क्रिकेटर सुनील लाहोरे और देवाशीष निलोसे की दावेदारी की वजह से विपक्षी गुट का इस समिति में पलड़ा भारी माना जा रहा था, इसके चलते अब मेनन और अशोक जगदाले ने दावेदारी पेश की। अशोक जगदाले की दावेदारी के जरिए परिवारवाद की चर्चा भी शुरु हो गई है।
ताई को मनाने के प्रयास :
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा सचिव पद के लिए खड़े हुए अमिताभ विजयवर्गीय को समर्थन देने के बाद सत्तापक्ष के सदस्य ताई को मनाने घर पहुंचे। इस दौरान अभिलाष खांडेकर, सचिव मिलिंद कनमड़ीकर, दिलीप चुड़गर ने दोपहर को करीब एक घंटे ताई से चर्चा की। खांडेकर को शुरु से ताई का समर्थन प्राप्त है और सत्तापक्ष का दावा है कि ताई का आशीर्वाद उन्हें भी मिल गया है। सूत्र बताते हैं कि ताई ने कहा-मैं यही चाहती हूं कि चुनाव की नौबत न आए और राजी-मर्जी से मिल बैठकर तय करें।
अमिताभ को साधने का प्रयास, लेकिन नहीं बनी बात :
सूत्र बताते हैं कि सोमवार को अमिताभ को प्रस्ताव दिया गया था कि सचिव के साथ उपाध्यक्ष का भी पर्चा भर दो। फिर जिस पद पर सुलह होगी, उस पर लड़ लेना और दूसरा पर्चा वापस ले लेना। मगर उन्होंने सचिव पद के अलावा किसी अन्य पर समझौता करने से इनकार कर दिया।
MPCA के अब तक के अध्यक्ष :
मनोहरसिंह मेहता (1957-58 से 1960-61), परमानंद पटेल (1961-61 से 1964-65), सतीश मल्होत्रा (1965-66 से 1981-82), माधवराव सिंधिया (1982-83 से 1999-00), श्रवण पटेल (2002-03 से 2005-06), ज्योतिरादित्य सिंधिया (2006-07 से 2013-14), संजय जगदाले (2014-15 से)