WTC 2025 Final: अब चोकर्स नहीं रहे! दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर पहला विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप खिताब जीता
दक्षिण अफ्रीका ने लॉर्ड्स में ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर पहली बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का खिताब जीता। ऐडन मार्कराम के शतक और काइल वेरेन के विजयी चौके ने जीत दिलाई। यह दक्षिण अफ्रीका की 27 साल बाद पहली आईसीसी ट्रॉफी है।
Publish Date: Sat, 14 Jun 2025 05:51:31 PM (IST)
Updated Date: Sat, 14 Jun 2025 06:04:09 PM (IST)
साउथ अफ्रीका फाइनल में आस्ट्रेलिया को हराया। (फाइल फोटो)नईदुनिया प्रतिनिधि, स्पोर्ट्स डेस्क। WTC Final, SA vs AUS Match: दक्षिण अफ्रीका ने लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का खिताब जीत लिया। यह दक्षिण अफ्रीका की पहली आईसीसी ट्रॉफी है, जिससे उनका 27 साल का लंबा इंतजार आखिरकार खत्म हो गया।
मार्कराम का शतक बना जीत की नींव
- 282 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऐडन मार्कराम ने शानदार शतक लगाकर टीम को जीत के करीब पहुंचाया।काइल वेरेन ने मिशेल स्टार्क की गेंद पर चौका लगाकर मैच समाप्त कर टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बाद दक्षिण अफ्रीका तीसरी टीम है, जिसने यह खिताब अपने नाम किया।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा ने WTC फाइनल 2025 में अपनी जुझारू बल्लेबाजी से सबका दिल जीत लिया। लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेले गए मुकाबले में उन्होंने चोटिल होने के बावजूद मैदान नहीं छोड़ा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस मैच में बावुमा ने पहली पारी में 36 और दूसरी पारी में 66 रनों की अहम पारियां खेलीं। WTC Final में कप्तान के रूप में सबसे बड़ी पारी
टेम्बा बावुमा WTC फाइनल के इतिहास में बतौर कप्तान सबसे बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने दूसरी पारी में 134 गेंदों में 66 रनों की संयमित पारी खेली, जो रोहित शर्मा (43 रन, 2023) और विराट कोहली (44 रन, 2021) से कहीं अधिक थी। इससे पहले 2021 में केन विलियमसन ने 52* रन बनाकर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था, लेकिन अब बावुमा इस सूची में शीर्ष पर पहुंच गए हैं।
27 साल बाद पहली ICC ट्रॉफी का सपना पूरा
दक्षिण अफ्रीका ने इस ऐतिहासिक जीत के साथ 27 साल का खिताबी सूखा खत्म किया। इस जीत में जहां एडन मार्कराम के शतक की भूमिका अहम रही, वहीं कप्तान बावुमा की साहसी पारी को हमेशा याद रखा जाएगा। उनकी यह पारी आने वाले वर्षों में क्रिकेट इतिहास के स्वर्णिम अध्यायों में दर्ज होगी।