IND-NZ: ...तो ये है भारतीय गेंदबाजों के रिवर्स स्विंग का राज
इस बात का खुलासा हो गया है कि भारतीय गेंदबाज गर्म और नमी वाले मौसम में भी किस तरह गेंद को रिवर्स स्विंग करवा पा
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Publish Date: Sat, 08 Oct 2016 10:20:41 AM (IST)
Updated Date: Sat, 08 Oct 2016 10:22:50 AM (IST)

इंदौर। न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन ने भारतीय तेज गेंदबाजों द्वारा सीरीज में की जा रही जबर्दस्त रिवर्स स्विंग गेंदबाजी पर शुक्रवार को चिंता जताई थी। उन्होंने इसके अलावा भारतीय पुछल्ले बल्लेबाजों द्वारा दिए जा रहे महत्वपूर्ण योगदान को रोकने को भी सबसे बडूी चुनौती माना था।
अब इस बात का खुलासा हो गया है कि भारतीय गेंदबाज इस गर्म और नमी वाले मौसम में भी किस तरह गेंद को रिवर्स स्विंग करवा पा रहे है जबकि न्यूजीलैंड के पेसर इसमें असफल हो रहे हैं। गेंद को रिवर्स स्विंग करवा पाने के लिए उसका एक हिस्सा सूखा होना आवश्यक है जबकि इस मौसम में पसीने के कारण क्रिकेटरों के कपड़े तथा शरीर बहुत गीला रहता है।
टीम इंडिया यह रणनीति अपना रही है कि उसके कुछ खिलाडि़यों की पेंट्सड सूखी रहे ताकि वे गेंद को चमका सके। इस बात का खुलासा रोहित शर्मा ने किया। पहले दो टेस्ट कानपुर और कोलकाता में हुए जो नदी किनारे स्थित है, इससे आद्रता और बढ़ गई थी। इसके अलावा एक महत्वपूर्ण बात ऐसी परिस्थितियों में गेंद को बदलवाने की रहती है। भारत ने रणनीतिपूर्वक यह काम कर गेंद बदलवाई, जिससे उन्हें सूखी और सख्त गेंद मिली जिसका मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार ने लाभ उठाया। कीवी गेंदबाज ऐसा कर पाने में नाकाम रहे।
वैसे पहले डेल स्टेन और जेम्स एंडरसन जैसे विदेशी गेंदबाज भारतीय परिस्थितियों में रिवर्स स्विंग गेंदबाजी कर अपनी टीमों को जीत दिलवा चुके हैं।
भारतीय पुछल्ले बल्लेबाज सीरीज में महत्वपूर्ण योगदान रहे है जिसकी वजह से भारतीय स्कोर को मजबूती मिल रही है। दूसरी तरह कीवी निचला क्रम भारतीय स्पिनरों के ज्यादा टिक नहीं पा रहा है। इसी के चलते संभवत: न्यूजीलैंड इंदौर टेस्ट मैच में तीन स्पिनरों के साथ मैदान में उतरेगा।