
खेल डेस्क। कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी भारत को मिली है, जहां इसका आयोजन अहमदाबाद में होगा।कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स (सीएस) ने बुधवार को स्कॉटलैंड में अपनी आम सभा में अहमदाबाद में 2030 खेलों की मेजबानी को मंजूरी दे दी। भारत ने आखिरी बार 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी में की थी।
2030 के कॉमनवेल्थ गेम्स, 2036 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए देश की महत्वाकांक्षा और प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करेगा, जिसके लिए भारत ने अहमदाबाद को मेजबान शहर बनाकर बोली लगाई है। मेजबान शहर के रूप में अहमदाबाद की सिफारिश राष्ट्रमंडल खेल मूल्यांकन समिति द्वारा की गई विस्तृत प्रक्रिया के बाद की गई है, जिसमें तकनीकी वितरण, एथलीट अनुभव, बुनियादी ढांचे, शासन और राष्ट्रमंडल खेल मूल्यों के साथ कई मानदंडों के आधार पर उम्मीदवार शहरों का मूल्यांकन किया गया।
इस मौके पर कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के अध्यक्ष डॉ. डोनाल्ड रुकारे ने कहा, "यह कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के लिए एक नए स्वर्णिम युग की शुरुआत है। 'गेम्स रिसेट' के बाद, हम कॉमनवेल्थ की 74 टीमों का स्वागत करने के लिए शानदार फॉर्म में ग्लासगो 2026 के लिए रवाना होंगे और उसके बाद कॉमनवेल्थ गेम्स के विशेष शताब्दी संस्करण के लिए अहमदाबाद 2030 पर अपनी नजरें गड़ाएंगे। भारत अपने साथ विशालता, युवापन, महत्वाकांक्षा, समृद्ध संस्कृति, अपार खेल जुनून और प्रासंगिकता लेकर आता है और मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 2034 और उसके बाद के खेलों की मेजबानी के लिए कई देशों ने गहरी रुचि दिखाई है। हम कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए अपनी अगली शताब्दी की शुरुआत अच्छे स्वास्थ्य के साथ कर रहे हैं।"
वहीं इस मौके पर आईओए अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा, "कॉमनवेल्थ खेलों द्वारा दिखाए गए भरोसे से हम बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। 2030 के खेल न केवल कॉमनवेल्थ आंदोलन के सौ साल पूरे होने का जश्न मनाएंगे, बल्कि अगली सदी की नींव भी रखेंगे। यह राष्ट्रमंडल के सभी देशों के एथलीटों, समुदायों और संस्कृतियों को मित्रता और प्रगति की भावना से एक साथ लाएगा।"