Paris Olympics 2024: विशाल छटिये, नईदुनिया, खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन जिले का गांव रतनपुर। यहां की आबादी एक हजार है। लोग खेती या मजदूरी करते हैं। इन्हीं लोगों के बीच से 23 वर्षीय ऐश्वर्य प्रताप तोमर (प्रिंस) चर्चित हैं। लोगों में बेचैनी है और उत्साह भी है, क्योंकि पेरिस में शुरू हुए ओलिंपिक में शूटिंग स्पर्धा में ऐश्वर्य का मुकाबला होगा।
स्वजन व ग्रामीण गोल्ड मेडल जीत के लिए शिव मंदिरों में प्रार्थना कर रहे हैं। पिता वीर बहादुर बताते हैं कि इस बार बेटे ने वादा किया है कि वह गोल्ड मेडल जीतेगा। पिछले ओलिंपिक में कुछ अंकों से मेडल से चूक गया था। इसके बाद वह गांव आया था।
मुझे कहा कि इस बार मेडल जीतकर देश का नाम रोशन करूंगा। पेरिस में भी बेटे से चर्चा हुई है। ऐश्वर्य का कहना है कि सभी खिलाड़ी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। 10 व 50 मीटर में मेरा मुकाबला है। कोच प्रशिक्षित कर मेडल पर निशाना साधने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
बंदूकों से नाता रखने वाले तोमर परिवार खेती-किसानी करता है। राजपूत समुदाय से ताल्लुक रखते वाले वीर बहादुर के परिवार में राइफल व बंदूक जैसे लाइसेंसी हथियार पारंपरिक रूप से रखे जाते हैं।
इसके चलते ऐश्वर्य ने ये हथियार बचपन से ही देख रखे थे। ऐश्वर्य को बचपन से ही निशाना लगाने का शौक था। वह खेतों में पहुंचकर फसल (भुट्टे, आम) का निशाना मारता था। आसपास के मेलों में जब भी जाता था तो उसकी सबसे ज्यादा दिलचस्पी बंदूक से गुब्बारे फोड़ने में रहती थी।
मध्य प्रदेश के दो खिलाड़ी इस बार पेरिस ओलिंपिक में दिखाई देंगे। खरगोन के निशानेबाज ऐश्वर्य प्रताप सिंह और इटारसी के हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर प्रसाद शामिल हैं।