
टेक्नोलॉजी डेस्क, इंदौर। यदि आप भी काम के दौरान इंटरनेट की धीमी गति से परेशान हैं तो जल्द ही आपकी ये समस्या खत्म होने वाली है। अब भारत में भी सबसे तेज गति से चलने वाला राउटर लॉन्च कर दिया गया है। देश के इलेक्ट्रॉनिक्स दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को बेंगलुरु में इस राउटर की लॉन्चिंग की है। मिली जानकारी के मुताबिक, राउटर की क्षमता 2.4tdps है।
इंटरनेट को तेज रफ्तार देने वाले इस राउटर को भारत सरकार के टेलीकॉम डिपार्टमेंट, CDOT और निवेटी सिस्टम की सहायता से देश में ही तैयार किया गया है। इस राउटर की लॉन्चिंग के दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के विजन में एक मेजर बूस्ट बताया। उन्होंने कहा कि नेटवर्किंग ही डिजिटल इंडिया के प्रयासों की चाबी है। नेटवर्किंग राउटर्स के लिए इस तरह के कोर राउटर की बहुत जरूरत महसूस होती थी। सबसे बड़ी खुशी की बात ये है कि इसे भारत में ही तैयार किया गया है।

इस राउटर की स्पीड 2.4 tbps है। गौरतलब है कि डेटा ट्रांसमिशन की दर को टर्बोबिट प्रति सेकंड में मापा जाता है, जो कि 1000 गीगा बाइट और 1 लाख करोड़ बाइट प्रति सेकंड के बराबर होती है। इस राउटर को इंस्टॉल करके रेलवे कम्यूनिकेशन नेटवर्क में काफी ज्यादा सुधार किया जा सकता है। ऐसे राउटर आने के बाद नेटवर्किंग टेक्नोलॉजी को बूस्ट मिलेगा और डिजिटल इंडिया के इंफ्रास्ट्रक्चर में काफी तेजी आएगी।
गौरतलब है कि मल्टी प्रोटोकॉल लेबल स्विचिंग को साल 1990 में तैयार किया गया था। इसका उपयोग पहले से ज्ञात मार्ग पर नेटवर्क कनेक्शन भेजकर नेट की स्पीड बढ़ाने के लिए किया जाता है। MPLS पहले से ही नेटवर्क के पाथ को मॉनिटर करके रखता है, जिससे डाटा ट्रांसफर में लगने वाले समय में कटौती हो जाती है।