अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक नया आदेश जारी किया, जिसके तहत अब उच्च कुशल विदेशी कर्मचारियों को वीजा के लिए हर साल 100,000 डॉलर शुल्क देना होगा। इसके साथ ही 1 मिलियन डॉलर का “गोल्ड कार्ड” वीजा भी शुरू किया गया है। यदि ये नियम कानूनी रूप से लागू रहते हैं, तो वीजा की लागत में बड़ी बढ़ोतरी होगी।
H1-B वीजा : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक नया आदेश जारी किया, जिसके तहत अब उच्च कुशल विदेशी कर्मचारियों को वीजा के लिए हर साल 100,000 डॉलर शुल्क देना होगा। इसके साथ ही 1 मिलियन डॉलर का “गोल्ड कार्ड” वीजा भी शुरू किया गया है। यदि ये नियम कानूनी रूप से लागू रहते हैं, तो वीजा की लागत में बड़ी बढ़ोतरी होगी। उदाहरण के लिए, कुशल श्रमिकों का शुल्क अब 215 डॉलर से बढ़कर 100,000 डॉलर हो जाएगा। वहीं, कई यूरोपीय देशों में निवेशक वीजा का शुल्क 10,000–20,000 डॉलर सालाना से बढ़कर बहुत अधिक हो जाएगा। भारतीय मुद्रा में यह लगभग 88 लाख रुपये बैठता है।