एजेंसी, गोरखपुर। कहावत है चोर चोरी से जाए, हेराफेरी से नहीं। यह बात गोरखपुर जेल में सच साबित हुई। रंगदारी और जालसाजी के आरोप में जेल में बंद गैंगस्टर विकास सिन्हा ने अपनी कथित पत्नी और साथियों के साथ मिलकर महिला कैदी सादिया अंसारी से जमानत दिलाने के नाम पर 40 लाख रुपये की ठगी कर डाली।
गोरखनाथ क्षेत्र निवासी अकबर ने तहरीर में बताया कि उसकी बहन सादिया अंसारी पति अफरोज की हत्या के आरोप में दो साल से जेल में बंद है। वहीं उसकी मुलाकात जेल में ही गैंगस्टर विकास सिन्हा और उसकी कथित पत्नी रेखा सिंह से हुई। रेखा ने खुद को वकील की पत्नी बताकर भरोसा दिलाया कि उसका पति बड़े अधिकारियों तक पहुंच रखता है और जल्द ही सादिया की जमानत कराकर मुकदमा खत्म कर देगा। इसी दौरान विकास ने भी कई बार अकबर को फोन कर पैसे जुटाने का दबाव डाला।
झांसे में आकर सितंबर से अक्तूबर 2024 के बीच अकबर ने विकास गिरोह को 32.45 लाख रुपये यूपीआई से ट्रांसफर किए और आठ लाख रुपये नकद दिए। बताया गया कि यह रकम न्यायिक अधिकारियों, प्रशासनिक अफसरों और वकीलों की फीस के नाम पर ली गई। रकम जुटाने के लिए सादिया के नाम से बने चार मंजिला मकान और 2033 वर्गफीट के प्लाट को भी गिरवी रखना पड़ा।
विकास और रेखा जमानत पर बाहर आए तो अकबर से मिले और भरोसा दिलाया कि सादिया भी जल्द रिहा हो जाएगी। मगर बाद में परिवार को ठगी का एहसास हुआ। जब अकबर ने रुपये वापस मांगे तो विकास और उसके गुर्गों ने धमकाना शुरू कर दिया।
पुलिस कर रही जांच
जांच में आरोप सही पाए जाने पर गोरखनाथ पुलिस ने विकास सिन्हा, कथित पत्नी रेखा सिंह, भाई राहुल सिन्हा, उसकी पत्नी विभा सिन्हा, गीता सिंह, राहुल कुमार और सहयोगी यशवंत चौहान के खिलाफ वसूली, जालसाजी व धमकी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि रुपये किन-किन खातों में ट्रांसफर हुए, इसका ब्योरा भी खंगाला जा रहा है।