डिजिटल डेस्क, गोरखपुर। गोला के जानीपुर गांव की 27 वर्षीय शबाना खातून की मौत के मामले में अब चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि पाकिस्तान के एक साइबर अपराधी की ब्लैकमेलिंग और प्रताड़ना से तंग आकर शबाना ने आत्महत्या की थी। तीन महीने तक लगातार फोन कॉल्स और धमकियों के बाद उसने 14 अगस्त 2025 को फंदे से लटककर अपनी जान दे दी।
पुलिस और साइबर सेल की जांच के अनुसार, शबाना को एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से कॉल आया करता था। कॉल करने वाले ने कहा कि उसके नाम से एक पार्सल पकड़ा गया है और उसकी जांच की जा रही है।
डर के मारे शबाना वीडियो कॉल पर आ गई, जिसे ठगों ने रिकॉर्ड कर लिया। इसके बाद उस वीडियो को एडिट कर आपत्तिजनक वीडियो में बदल दिया गया और उससे पैसों की मांग शुरू हो गई।
धमकी दी गई कि अगर उसने पैसे नहीं दिए तो वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाएगा और रिश्तेदारों को भेज दिया जाएगा।
परिवार के अनुसार, शबाना ने अपनी मेहनत और बचत से करीब डेढ़ लाख रुपये ब्लैकमेलरों को दे दिए, लेकिन फिर भी धमकियां जारी रहीं। हर बार ठग अलग-अलग नंबरों से कॉल करते और नई रकम की मांग करते थे।
लगातार डर और तनाव में जी रही शबाना ने किसी को कुछ नहीं बताया और न ही शिकायत दर्ज कराई। आत्महत्या के बाद जब पुलिस ने उसका मोबाइल जब्त कर साइबर जांच शुरू की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
तकनीकी जांच में पता चला कि अपराधियों ने वर्चुअल नेटवर्क और फेक कॉलिंग एप का इस्तेमाल किया, जिससे उनकी लोकेशन ट्रेस न की जा सके।
पुलिस ने बताया कि शबाना ने ब्लैकमेलरों से हुई कुछ बातचीत अपने फोन में रिकॉर्ड भी की थी, जो अब जांच का अहम सबूत है। साइबर सेल ने संबंधित आईपी एड्रेस और कॉल डिटेल्स की ट्रेसिंग शुरू कर दी है।