एजेंसी, इटावा। यादव भागवत कथा नहीं पढ़ सकते हैं। इतना कहकर भागवताचार्य मुकुट मणि यादव व उनके सहयोगी संत सिंह यादव की चोटी काट दी। उनका सिर मुड़वाया गया। उसके बाद नाक रगड़वाकर माफी मंगवायी गई। यह मामला इटावा के बकेवर क्षेत्र के ग्राम दादरपुर में हुआ।
उनके साथ आए नाल वादक साथ श्याम कठेरिया को भी नहीं छोड़ा। उनसे मारपीट कर वाद्य यंत्रों को तोड़ कर फेंक दिया। गांव वालों ने आरोप लगाया कि कथावाचक ने अपनी जाति को लेकर झूठ बोला। उसने कहा था कि वह ब्राह्मण है। कथावाचक के पास से दो आधारकार्ड मिले हैं, जिसमें अलग-अलग नाम दर्ज है।
कथा वाचक मुकुट मणि यादव निवासी जवाहरपुरा थाना सिविल लाइंस ने बताया कि इटावा के बकेवर क्षेत्र के ग्राम दादरपुर में गांव के ही पप्पू बाबा के बुलाने पर 21 जून को भागवत कथा कहने गया था। मेरे साथ सहायक संत सिंह यादव निवासी गुड़ा शेरपुर थाना मूसानगर जनपद कानपुर देहात भी थे।
इस दौरान गांव के कुछ लोगों ने उन यह कहते हुए हमला कर दिया कि तुम यादव हो कथा नहीं कर सकते हो। जबरन हमारी चोटी काट दी। गंजा कर दिया। मारपीट कर दूसरे कथा वाचक को लाने के 25 हजार रुपये हर्जाने को तौर पर वसूल लिए। इस बीच मेरे गले से दो तोले की सोने की जंजीर किसी ने चुरा ली। पैरों पर नाक रगड़वाकर माफी मंगवायी गई।
आचार्य के सहायक संत कुमार यादव ने पप्पू बाबा, अतुल डीलर और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने बीएनएस की धारा 115(2) स्वेच्छा से चोट पहुंचाना, 309(2) जान से मारने, 351(1) धमकी देना, 352 जानबूझकर अपमान करने की कड़ी धाराएं लगाई हैं।
परीक्षित जयप्रकाश तिवारी ने कहा कि इस घटना के समय वह मौजूद नहीं थे। जानकारी होने पर वहां पहुंचने पर कथा वाचक से माफी मांगी थी। उनके पास से दो आधार कार्ड मिले, जिसमें एक पर उनका नाम मुकट मणि
एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मामले में पीड़ित पक्ष ने शिकायत की है। आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। एएसपी सिटी अभयनाथ त्रिपाठी पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। वीडियो को संज्ञान में लेकर आशीष तिवारी, उत्तम अवस्थी, प्रथम दुबे व निक्की अवस्थी (ग्राम दांदरपुर) को हिरासत में लिया है।