लखनऊ। लखनऊ के आशियाना सेक्टर-आई में एक दर्दनाक हादसा हुआ। घर के बाहर खेल रहे दो बच्चों को कार सवार ने टक्कर मार दी। इस दौरान एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि दूसरे को हल्की चोटें आईं। टक्कर के बाद कार मकान के गेट से भी टकरा गई।
हादसे के वक्त कार मोहल्ले के सीएल वर्मा का बेटा शिवांश चला रहा था। लेकिन हादसे के तुरंत बाद उसे बचाने के लिए वर्मा खुद ड्राइविंग सीट पर बैठ गए और पड़ोसियों को बताया कि बच्चे अचानक सामने आ गए थे।
पूरा मामला पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। फुटेज सामने आने के बाद साफ हो गया कि हादसे के वक्त कार शिवांश ही चला रहा था। इसके बाद पीड़ित परिवार ने पुलिस में तहरीर दी। हालांकि आरोप है कि पुलिस ने शुरुआत में मामले को दबाने की कोशिश की और एक हफ्ते बाद मुकदमा दर्ज किया।
पीड़ित हरिद्वार पांडे ने बताया कि 10 अगस्त को उनका पोता शौविक पांडे घर के बाहर खेल रहा था, तभी कार ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। हादसे के बाद पोते को गोद में उठाकर अस्पताल ले जाया गया। वह तीन दिन तक आईसीयू में भर्ती रहा। डॉक्टरों के मुताबिक शौविक की कॉलर बोन और पसलियां टूट गई हैं।
पांडे परिवार का आरोप है कि हादसे के बाद न तो सीएल वर्मा ने अस्पताल आना जरूरी समझा और न ही बच्चे की हालत पूछी। बल्कि बाद में उन्होंने समझौते के लिए घर बुलाकर धमकाने की कोशिश की।
परिवार ने पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि तहरीर देने के बावजूद पुलिस ने मामला दबाने की कोशिश की और कई दिनों तक मुकदमा दर्ज नहीं किया। वहीं आशियाना इंस्पेक्टर ने इस आरोप को खारिज किया और कहा कि तहरीर मिलने के बाद ही कार्रवाई की गई।