ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश अवैध मतांतरण मामले में एटीएस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। इस मामले में एक के बाद एक लगातार हो रही गिरफ्तारियों से छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन का पूरा नेटवर्क बेनकाब होता जा रहा है। अब एटीएस की टीम ने लखनऊ के चिनहट क्षेत्र से राजेश कुमार उपाध्याय नाम के शख्स को धर दबोचा है। बताया जा रहा है कि राजेश कुमार बाबा का बेहद करीबी है।
बलरामपुर में शनिवार को ईडी और एटीएस ने छांगुर के जिन 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी, उनमें राजेश का आवास भी शामिल था। छापेमारी के दौरान राजेश नहीं मिला था, लेकिन उसके घर से कई दस्तावेज बरामद हुए थे। एटीएस ने छांगुर गिरोह के सक्रिय सदस्य रशीद शाह को पिछले दिनों बलरामपुर से गिरफ्तार किया था। राशीद से पूछताछ में एटीएस को राजेश के बारे में जानकारी मिली थी। एटीएस की टीम ने राजेश से पूछताछ की है। राजेश किस प्रकार छांगुर से जुड़ा और मतांतरण में उसकी क्या मदद करता था। इन सवालों के जवाब एटीएस की टीम राजेश से उगलवा सकती है।
एटीएस ने राजेश कुमार उपाध्याय को लखनऊ के चिनहट में उसके निवास से गिरफ्तार किया। बलरामपुर जनपद न्यायालय में सीजेएम कोर्ट में पेशकार राजेश कुमार उपाध्याय छांगुर के इशारे पर राजेश कोर्ट में केस मैनेज करता था। वह छांगुर के लिए जमीन की खरीद में भी सक्रिय रहता था और छांगुर के विरोधियों को फंसाने के कोर्ट से एफआईआर के आदेश जारी करवाने में मदद करता था। राजेश कुमार उपाध्याय को छांगुर की ओर से बड़ा फंड देने की भी जानकारी सामने आई है।
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राजेश कुमार उपाध्याय पुत्र स्वर्गीय श्रीवनवास, वाराणसी आदमपुरा में राजघाट में ए/36/50ई का मूल निवासी है और वर्तमान में लखनऊ के चिनहट में प्लाट नंबर-8 नौबस्ता कला, देवा रोड पर रह रहा था। एटीएस ने शनिवार को बलरामपुर में उपाध्याय की भूमिका की जांच की और रविवार को छांगुर के करीबी को पकड़ा।
विदेशी फंडिंग के बूते हिंदू युवतियों को मतांतरित करने के मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ छांगुर सहित उसके गैंग के आठ लोगों को मतांतरण प्रकरण में जेल भेजा गया है। एटीएस अब भी उसके गैंग की तह तक जाने में लगी है। विदेशों से सौ करोड़ से अधिक की फंडिग के प्रकरण में ईडी छांगुर और नीतू को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। इससे पहले शनिवार को आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने छांगुर के भतीजे सबरोज और साले के बेटे शहाबुद्दीन को गिरफ्तार किया है। दोनों छांगुर के मतांतरण प्लान को विस्तार देने में लगे थे। एटीएस की एफाइआर में दोनों नामजद थे।
बता दें कि मई 2023 में आजमगढ़ पुलिस ने रशीद व उसके 17 साथियों को ग्राम चिरकिहट में दो युवतियों का मतांतरण कराने के मामले में गिरफ्तार किया था। रशीद मास्टर माइंड छांगुर के इशारे पर मतांतरण कराता था।
मतांतरण मामले में अब तक छांगुर, उसके बेटे महबूब, नवीन उर्फ जमालुद्दीन व नवीन की पत्नी नीतू उर्फ नसरीन सहित आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। जल्द ही और आरोपितों की गिरफ्तारी की संभावना है। एटीएस को अभी तक 15 आरोपितों के बारे में जानकारी मिल चुकी है। इनके ठिकानों पर नजर रखी जा रही है।