डिजिटल डेस्क। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार शरद ऋतु और ठंड के मौसम में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क है। मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में प्रदेश में बस यात्रियों को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और निर्बाध परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से परिवहन विभाग ने विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
इन निर्देशों के तहत कोहरे, कम दृश्यता और प्रतिकूल मौसम की स्थिति में बसों के संचालन में अतिरिक्त सावधानी बरतने, रात्रिकालीन सेवाओं को आवश्यकता अनुसार सीमित करने तथा यात्रियों को सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं।
कोहरे में बसों की अधिकतम गति 40 किमी प्रति घंटा
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने परिवहन निगम एवं संबंधित अधिकारियों को शीत ऋतु में बसों के सुरक्षित और नियंत्रित संचालन को लेकर विस्तृत आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि कोहरे और कम दृश्यता की स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और यह सुनिश्चित करना प्रदेश सरकार का दायित्व है।
निर्देशों के अनुसार, कोहरे के दौरान बसों की गति 40 किमी प्रति घंटा से अधिक नहीं होगी। वहीं, अत्यधिक कोहरे की स्थिति में बसों को किसी सुरक्षित स्थान पर रोककर दृश्यता सामान्य होने पर ही आगे संचालन किया जाएगा। इसके साथ ही बस अड्डों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से यात्रियों को लगातार सुरक्षा संबंधी घोषणाएं करने के निर्देश दिए गए हैं।
अनुभवी और प्रशिक्षित चालकों की होगी तैनाती
परिवहन मंत्री ने कहा कि घने कोहरे वाले मार्गों पर रात्रिकालीन सेवाओं को आवश्यकता के अनुसार सीमित किया जाए। रात्रि सेवाओं में केवल अनुभवी, दुर्घटना-रहित रिकॉर्ड वाले और अच्छे ईंधन प्रदर्शन वाले चालकों की ही तैनाती सुनिश्चित की जाए।
यह भी अनिवार्य किया गया है कि रात्रि सेवा से पूर्व चालक को कम से कम 8 घंटे का विश्राम प्राप्त हो। इसके अतिरिक्त, 50 प्रतिशत से कम लोड फैक्टर वाली रात्रिकालीन बस सेवाओं को अस्थायी रूप से स्थगित रखने के निर्देश दिए गए हैं।
अल्कोहल टेस्ट और तकनीकी जांच अनिवार्य
लंबी दूरी और रात्रिकालीन बस सेवाओं को मार्ग पर भेजने से पहले 13 बिंदुओं पर आउटशेडिंग जांच तथा संचालन के दौरान 31 बिंदुओं पर नियमित भौतिक जांच अनिवार्य की गई है।
सभी निगम और अनुबंधित बसों में रेट्रो-रिफ्लेक्टिव टेप, फॉग लाइट, ऑल-वेदर बल्ब, वाइपर और शीशों का पूर्ण रूप से कार्यरत होना सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही मार्ग पर तैनात इंटरसेप्टर और प्रवर्तन वाहनों द्वारा ब्रेथ एनालाइजर से चालकों का अल्कोहल टेस्ट अनिवार्य रूप से कराया जाएगा।
यात्रियों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता
परिवहन मंत्री ने चालकों को विभिन्न प्रकार की सड़कों पर विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। एक्सप्रेस-वे पर अचानक ठहराव से बचने, डिवाइडर युक्त सड़कों पर दायीं ओर और बिना डिवाइडर वाली सड़कों पर बायीं ओर संचालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
सभी चालकों और परिचालकों को इन दिशा-निर्देशों का विशेष प्रशिक्षण देने पर भी जोर दिया गया है, ताकि संयमित गति और सतर्कता के साथ सुरक्षित बस संचालन सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने दोहराया कि योगी सरकार प्रत्येक नागरिक के जीवन की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है और यात्रियों को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।