ब्यूरो, लखनऊ। गलवान में चीन सेना के साथ भारतीय सैनिकों की कोई झड़प पर टिप्पणी करने के मामले में लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी मंगलवार को एमपी एमएलए कोर्ट में पेश हुए। राहुल गांधी के साथ प्रदेश कांग्रेस के तमाम बड़े नेता और सैकड़ो समर्थक भी एयरपोर्ट से कोर्ट परिसर तक उनके साथ पहुंचे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय, राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी, पूर्व मंत्री नसरुद्दीन सिद्दीकी, सांसद तनुज पुनिया सहित प्रदेश के तमाम नेता राहुल के साथ नजर आए। परिसर के भीतर वाहनों के प्रवेश को लेकर वरिष्ठ नेताओं की पुलिसकर्मियों से बहस भी हुई। राहुल का काफिला अंदर जाने के बाद पुलिसकर्मियों ने दूसरे नेताओं को अंदर जाने से रोका।
सीमा सड़क संगठन के सेवानिवृत्त निदेशक उदय शंकर श्रीवास्तव ने न्यायालय के समक्ष राहुल गांधी के ख़िलाफ़ मानहानि का परिवाद दायर कर बताया था कि 16 दिसंबर 2022 को राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान विभिन्न मीडिया कर्मियों और जनसमूह को संबोधित करते हुए 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच हुई झड़प का जिक्र किया था। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि 'लोग भारत जोड़ो यात्रा के बारे में क्या-क्या पूछेंगे, लेकिन चीनी सैनिकों द्वारा हमारे सैनिकों की पिटाई के बारे में एक बार भी सवाल नहीं पूछेंगे।'
इस विषय पर भारतीय सेना ने 12 दिसंबर को ही आधिकारिक बयान जारी करके बताया था कि चीनी सेना भारतीय सीमा में अतिक्रमण कर रही थी, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। जिसके बाद चीनी सेना अपने क्षेत्र में वापस चली गई। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा गया कि राहुल गांधी के द्वारा कहे गए इस झूठे कथन से उनको तथा अन्य भारतीय सैनिकों को आघात लगा है।