
डिजिटल डेस्क। उत्तर प्रदेश के अमेठी में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत बड़ी संख्या में उपभोक्ता रसोई गैस पर सब्सिडी का फायदा उठा रहे हैं। हालांकि जिन उपभोक्ताओं ने अब तक ई-केवाईसी नहीं कराई है, उनके लिए सब्सिडी पर संकट मंडरा रहा है। ऐसे उपभोक्ताओं ने अगर निर्धारित समय सीमा के भीतर ई-केवाईसी नहीं कराया, तो उनकी गैस सब्सिडी रोक दी जाएगी और उन्हें सिलेंडर की पूरी कीमत चुकानी पड़ेगी। ई-केवाईसी पूरी करने की अंतिम तिथि 15 दिसंबर तय की गई है।
अमेठी जिले में इस समय कुल 2,00,862 उपभोक्ता उज्ज्वला योजना का लाभ ले रहे हैं, जिनमें से 64,270 उपभोक्ताओं ने अभी तक ई-केवाईसी पूर्ण नहीं की है। ई-केवाईसी न होने की स्थिति में दिसंबर से इनके खातों में सब्सिडी भेजना बंद कर दिया जाएगा। घरेलू गैस सिलेंडर उपयोग करने वाले अन्य सभी उपभोक्ताओं के लिए भी ई-केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया गया है।
बता दें कि उज्ज्वला लाभार्थियों को सब्सिडी की राशि सीधे डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खातों में भेजी जाती है। शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लाभार्थियों को ई-केवाईसी अनिवार्य रूप से पूरी करनी होगी। जिला आपूर्ति विभाग ने गैस एजेंसी संचालकों को शहर और ग्रामीण इलाकों में शिविर आयोजित करने के निर्देश जारी किए हैं, ताकि उपभोक्ता समय पर अपनी ई-केवाईसी करा सकें और सब्सिडी का लाभ निर्बाध रूप से प्राप्त कर सकें। लापरवाही की स्थिति में उन्हें भविष्य में समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
जिला पूर्ति अधिकारी शशिकांत ने कहा कि उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के साथ-साथ अन्य गैस उपभोक्ताओं को भी दिसंबर से पहले केवाईसी अनिवार्य रूप से करा लेनी चाहिए। ई-केवाईसी न कराने वालों को सब्सिडी मिलना बंद हो जाएगी। गैस एजेंसी संचालकों को निर्देश है कि वे शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में कैंप लगाकर उपभोक्ताओं की ई-केवाईसी सुनिश्चित करें।