डिजिटल डेस्क, मुरादाबाद। मझोला क्षेत्र के दिल्ली रोड स्थित IDFC फर्स्ट बैंक में बड़ा घोटाला सामने आया है। एक ग्राहक ने तीन लाख रुपये का लोन लेने के बदले 365.53 ग्राम सोना गिरवी रखा था, जिसकी अनुमानित कीमत 30 लाख रुपये है। 4 जुलाई को जब वह लोन चुकाने के बाद अपना सोना वापस लेने पहुंचा, तो बैंक अधिकारियों को पता चला कि तिजोरी से सोना गायब है।
जांच में पता चला कि बैंक में लॉकर संचालन की जिम्मेदारी दो कर्मचारियों पवन सैनी और सूरज सैनी की थी, जो 21 जून से बिना सूचना दिए बैंक आना बंद कर चुके थे। बैंक द्वारा उन्हें कई बार नोटिस भेजा गया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। बैंक के लोकेशन मैनेजर निजाम ने बताया कि दोनों कर्मचारियों के घर जाकर जानकारी ली गई, तो पता चला कि उन्होंने जहरीला पदार्थ खा लिया है और उनका इलाज चल रहा है। एक आरोपी सूरज सैनी ने पूछताछ में एक पैकेट चोरी करने की बात कबूल की है।
लोकेशन मैनेजर ने मझोला थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर FIR दर्ज कर ली गई है। एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है। बैंक में गोल्ड लोन की सुविधा है, जहां ग्राहक सोना गिरवी रखकर लोन लेते हैं। लेकिन इस घटना ने बैंकिंग सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बैंक ने ग्राहक को लोन की राशि लौटा दी है, लेकिन सोने की चोरी का रहस्य अब तक पूरी तरह उजागर नहीं हो पाया है।
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