मोटापा अपने आप में कोई बीमारी नहीं है, लेकिन मोटापा शरीर में होने वाली बहुत सारी गंभीर बीमारियों का कारण है। इससे कई गंभीर बीमारियां होती हैं।
शरीर में इंसुलिन का असर कम हो जाता है, जिससे ब्लड शुगर बढ़ता है। मोटापा इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण माना जाता है।
अधिक चर्बी के कारण ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। इससे दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
मोटे लोगों में हृदय को खून पंप करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे BP बढ़ जाता है।
पेट की चर्बी बढ़ने से लिवर में फैट जमा हो जाता है। यह नॉन-अल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) कहलाती है।
शरीर का अधिक वज़न जोड़ों (खासकर घुटनों और पीठ) पर ज़ोर डालता है, जिससे दर्द और सूजन होती है।
गले के आसपास चर्बी जमा होने से नींद में सांस रुकने की समस्या होती है।
मोटापा स्तन, गर्भाशय, बड़ी आंत, किडनी और लिवर कैंसर का खतरा बढ़ाता है।
मोटापे से ब्लड प्रेशर और डायबिटीज दोनों बढ़ते हैं, जो किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं।
खासकर महिलाओं में मोटापे के कारण पीसीओडी/पीसीओएस जैसी समस्याएं होती हैं।
शरीर की बनावट और आत्मविश्वास पर असर पड़ने से मानसिक तनाव और अवसाद हो सकता है।