कभी भी 20 मंजिला या उससे अधिक की इमारत में भी 13वीं मंजिल नहीं बनाई जाती है। आइए जानते है बड़े होटलों और बिल्डिंगों में 13वां फ्लोर क्यों नहीं बनाया जाता है?
सिर्फ भारत ही नहीं विदेशों में भी लोग 13 नंबर को अनलकी माना जाता है। न सिर्फ होटल, बिल्डिंग बल्कि हॉस्पिटल में भी 13वां फ्लोर नहीं बनाया जाता है।
भारत में हिंदू धर्म के लोग किसी की मृत्यु के बाद 13 दिनों का शोक मनाते हैं। इस अंक को मनहूस मानने के पीछे की यह सबसे बड़ी वजह है।
विदेशों में, खासकर पश्चिम देशों में 13 अंक का ईसा मसीह के अंत से जोड़ा जाता है। इसलिए विदेश में 13वां फ्लोर नहीं बनाया जाता है।
होटल, बिल्डिंग और अपार्टमेंट आदि में 13वां फ्लोर और 13 नंबर का कमरा नहीं होता है। इस अंक को लेकर इतना लोगों में इतना डर रहता है कि कमरे में रखे जाने पर दिक्कत होती है।
कुछ लोग अगर 13वां फ्लोर या 13 नंबर का कमरा बनाते भी है तो इस फ्लोर और कमरे का अलग नाम रखते है। ताकि कोई भी अशुभ घटना न हो।
भारत के चंडीगढ़ शहर में भी सेक्टर 13 नहीं बनाया गया है। भारत में भी इस अंक का भय देखने को मिलता है। वास्तुकार ने चंडीगढ़ शहर का नक्शा तैयार करते हुए 13वां सेक्टर नहीं बनाया था।
जहां कुछ लोग 13वें फ्लोर और 13वां कमरा होना अशुभ मानते है। वहीं कुछ लोग इसे महज संयोग ही मानते है। स्टोरी में लिखी बातें सिर्फ मान्यताओं पर आधारित है।
अगर आपको 13वें फ्लोर से जुड़ी यह स्टोरी आपको पसंद आई तो ऐसी ही अध्यात्म से जुड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें naidunia.com