सनातन धर्म में दीप जलाने का विशेष महत्व है और इससे देवी-देवता भी प्रसन्न होते हैं। आइए जानते हैं कि घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से पहले जान लें ये 6 नियम-
घर के मुखय दार के बाहर सूर्यासत के बाद जब अंधेरा होने लगे या प्रदोष काल आंरभ हो जाए तो उस समय दीपक जलाना चाहिए।
शाम के समय दीपक जलाते समय रुई की बाती का प्रयोग करना चाहिए। इससे माता लक्ष्मी का घर में आगमन होता है।
दीपक जलाते समय तिल के तेल या सरसों के तेल का प्रयोग करना चाहिए और इसे दाई ओर रखना चाहिए। देवी-देवता के सामने घी का दीपक जलाना चाहिए।
पूर्व या उततर की दिशा की ओर दीपक रखना शुभ माना जाता है और दक्षिण दिशा की ओर पितरों के लिए दीपक रखा जाता है। मिट्टी का दीपक या पीतल के दीपक का प्रयोग कर सकते हैं।
जहां पर दीपक रखें, वहीं एक लोटे में पानी भरकर भी रखें। दीपक से अंधकार दूर होगा और जल से नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी।
दीपक जलाने के बाद लोग मुखय दार को बंद कर देते हैं, लेकिन ऐसा करने से बचना चाहिए। इससे माता लक्ष्मी का घर में वास नहीं हो पाता है।
घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से पहले ये 6 नियम जान लें। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM