जानें हनुमान चालीसा में वर्णित इस पंक्ति का अर्थ


By Prakhar Pandey2023-05-02, 12:38 ISTnaidunia.com

हनुमान चालीसा

हनुमान चालीसा लगभग हर हनुमान भक्त पढ़ते हैं। लेकिन क्या आपको हनुमान चालीसा में वर्णित अष्ट सिद्धियों और नौ निधि पंक्ति का अर्थ पता हैं। आइए जानते हैं।

बजरंग बली

गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखित हनुमान चालीसा में बजरंग बली के बल, बुद्धि, पराक्रम और प्रभु श्रीराम के प्रति उनके अपार प्रेम को दर्शाया गया हैं। हनुमान चालीसा की चौपाइयों में हर परेशानी का हल छिपा हुआ

पंक्ति

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता, अस बर दीन जानकी माता पंक्ति का अर्थ हैं कि हनुमान जी को अष्ट सिद्धियां और नौ निधियां के दाता हैं।

अष्ट सिद्धि

अष्ट सिद्धि के प्रभाव से बजरंग बली किसी भी व्यक्ति का रूप धारण कर सकते हैं और अपने मन की शक्ति से जहां चाहे वहां क्षण भर में पहुंच सकते हैं।

नौ निधि

इस दुनिया की सबसे कीमती चीजें हैं धन, संपत्ति, यश, वैभव। लेकिन नौ निधियों को प्राप्त करने के बाद किसी भी चीज की कोई जरूरत नहीं रह जाती हैं।

9 निधि

9 निधियों में पद्म निधि, महापद्म निधि, नील निधि, मुकुंद निधि, नन्द निधि, मकर निधि, कच्छप निधि, शंख निधि और खर्व निधि शामिल हैं।

कथा

जब लंका में हनुमान जी की सीता मां से भेंट हुई तो मैया ने उनकी प्रशंसा करते हुए उन्हें अष्ट सिद्धि और नौ निधियों का ज्ञाता कहां जिसका वर्णन हनुमान चालीसा में पाया जाता हैं।

श्रीराम भक्त

हनुमान जी का प्रभु राम के प्रति प्यार, समर्पण और भक्ति भाव आज भी कलयुग में हर व्यक्ति के लिए प्रेरणा हैं। बजरंगबली श्रीराम के बिना अधूरे माने जाते हैं।

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