रात में बत्ती जलाकर सोने से व्यक्ति गहरी नींद नहीं ले पाता। इससे शरीर में चिड़चिड़ेपन के अलावा हाई ब्लड प्रेशर, हृदय संबंधी रोग की समस्या भी होने लगती है।
लाइट जलाकर सोने से नींद पूरी नहीं हो पाती और अगले दिन काम के दौरान शरीर थका-थका रहता है। इससे काम पर तो असर पड़ता है ही साथ ही चीजें भी बिगड़ जाती हैं।
रात में बत्ती जलाकर सोने से अवसाद यानी डिप्रेशन का जोखिम भी बढ़ जाता है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकलने वाली तेज नीली लाइट आपके मूड और स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालती है।
रात में सोने के दौरान लंबे समय तक लाइट को जलाकर रखने से आपका ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है। इससे आपको डायबिटीज और इंसुलिन प्रतिरोध होने का खतरा बना रहता है।
एक अध्ययन के मुताबिक जो महिलाएं टीवी देखते हुए या फिर लाइट जलाकर सोती हैं, उनमें मोटापा बढ़ने का खतरा काफी ज्यादा होता है।
आप नार्मल लाइट की जगह लाल रंग के बल्ब का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक शोध में पाया गया है कि लाल नाइट बल्ब मेलाटोनिन उत्पादन पर हानिकारक प्रभाव नहीं डालते।