कौटिल्य और विष्णुगुप्त के नाम से प्रसिद्ध आचार्य चाणक्य विलक्षण प्रतिभा के धनी थे और असाधारण और बुद्धि के स्वामी थे।
आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति के माध्यम से उन बातों को जिक्र किया है जो आज के समय में भी प्रासंगिक मानी जाती है।
वर्तमान समय में अनेकों युवा आचार्य चाणक्य की नीतियों का पालन करके जीवन में सफलता के मार्ग पर आगे बढ़ रहे हैं।
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों के माध्यम से जीवन के कई अहम मूल्यों को सरल शब्दों में समझाया था।
आचार्य चाणक्य ने यह भी बताया कि किन चीजों के कारण व्यक्ति जीवन में असफल हो जाता है। इन्हीं में से एक है किसी चीज की अति करना।
यदि कोई व्यक्ति जरूरत से अधिक गुस्सा करता है या उसे बहुत क्रोध आता है तो उसके न केवल शत्रु बढ़ते हैं, बल्कि इसका प्रभाव उसके स्वास्थ्य पर भी पड़ता है।
जो छात्र केवल पढ़ाई या सिर्फ खेल कूद में ही रहते हैं, दीन दुनिया की खबर नहीं रखते हैं। उनके लिए भविष्य में काई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती जाती हैं।
किसी भी कार्य को सीमित दायरे में रख कर ही करना चाहिए।