खगोलविदों ने धूमकेतु - सी/2023 ए3 की खोज की है, जो अगले साल सबसे अधिक चमकीला सितारा हो सकता है।
धूमकेतु - सी/2023 ए3 अभी पृथ्वी और सूर्य से 18 महीने से अधिक की दूरी पर है। इसका नाम सुचिन्शान-एटलस भी रखा गया है।
हर साल एक धूमकेतु ऐसा जरूर सामने आता है, जिसे सामान्य तौर पर आंखों से सीधे देखा जा सकता है।
धूमकेतु ऐसे खगोलीय पिंड हैं, जिनका केंद्र ठोस होता है और बाहरी भाग अमोनिया, मेथेन जैसी प्रशीतित गैसों और जल वाष्प आदि से बना है।
धूमकेतु को पुच्छल तारा भी कहते है, लेकिन यह तारा नही हैं। धूमकेतु बहुत बड़ी दीर्घ-वृतीय कक्षा में सूर्य की परिक्रमा करते हैं।
सुचिन्शान-एटलस फिलहाल पृथ्वी से 1 अरब किलोमीटर दूर बृहस्पति और शनि ग्रह की कक्षाओं के बीच है।
सितंबर 2024 में सूर्य के 5.9 करोड़ किलोमीटर के करीब होगा, तब यह धरती पर रोशनी की बारिश करते हुए दिखाई देगा
सुचिन्शान-एटलस पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरेगा। एक धूमकेतु पृथ्वी के जितना करीब आता है, वह हमें उतना ही चमकदार दिखाई देगा।