फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी का खास महत्व है। इस एकादशी को आमलकी एकादशी के नाम से जाना जाता है।
आंवले के वृक्ष की नियमित पूजा करने से सुख-समृद्धि आती है। साथ ही हर संकट से निजात मिलता है।
घर में आंवले का पौधा लगाना लाभकारी माना गया है। आइए जानते हैं आंवले का पौधा लगाते समय किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र में आंवले के वृक्ष को शुभ माना गया है। इसे लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है।
आंवले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है। नियमित रूप से जल चढ़ाने से सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होती है।
गुरुवार, शुक्रवार, अक्षय नवमी और आमलकी एकादशी के दिन आंवला का पौधा लगाना शुभ माना गया है।
आंवला का पौधा घर में उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में लगा सकते हैं।
आमलकी एकादशी के दिन आंवले के पेड़ के तने पर 7 बार सूत का धागा लपेटे। इस उपाय से वैवाहिक जीवन में चल रही परेशानी दूर होगी।
आंवला में विटामिन सी होता है। इसके सेवन से इम्यूनिटी मजबूत होती है। शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है।
आंवला में फाइबर पाया जाता है। इसके नियमित सेवन से पेट की समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
आंवले के सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं और जोड़ों का दर्द से राहत मिलती है।