ज्योतिष शास्त्र में शनि को कर्मफलदाता कहा गया है। इनकी दृष्टि पड़ जाए, तो जीवन में संघर्ष बढ़ जाता है।
शनि से पीड़ित होने पर आयु, शोक, रोग, दरिद्रता, मृत्यु, पीड़ा, नौकर, जेल आदि से जुड़ी समस्याएं होती हैं।
शनि का स्वरूप काला है, लेकिन इन्हें नीले रंग से भी जोड़ा जाता है। नीले रंग के उपायों से शनि शांत हो सकते हैं।
शनि की महादशा, साढ़ेसाती या ढैय्या से मुक्ति पाने के लिए नीले रंग का रूमाल हमेशा अपने पास रखें।
नीले रंग के फूल शनिदेव को विशेष रूप से प्रिय हैं, इसलिए शनिवार को उन्हें अपराजिता के फूल चढ़ाएं।
घर, शिक्षा और कार्य स्थल पर दीवारों, साज-सज्जा, पर्दे आदि के लिए हल्के नीले रंग का प्रयोग करें।
शनि की साढ़े साती, ढैया या महादशा चल रही हो, तो नीलम धारण करना फायदेमंद हो सकता है।
शनि के कुप्रभाव से बचने के लिए काले या नीले जूते, कपड़े, नीले फूल आदि का दान करना चाहिए।