ऐसे डियो या मिस्ट का उपयोग करना चाहिए, जो नेचुरल हो और जिसमें कोई भी कैमिकल न हो।
घर पर ही सुंगधित फूलों से तैयार इत्र का उपयोग किया जा सकता है।
नहाने के पानी में गुलाब, मोगरा या चमेली के फूलों की पत्तियों को मिलाकर नहाएं। ऐसा करने से आपको किसी अन्य परफ्यूम की जरुरत नहीं महसूस होगी और आप तरोताजा महसूस करेंगे।
इत्र का इस्तेमाल मौसम को ध्यान में रखकर किया जाता है। गर्मियों के मौसम में गुलाब, जास्मीन, खस, केवड़ा, मोगरा का इत्र लगाने की सलाह दी गई है।
सर्दियों के इत्र में मस्क, अंबर, केसर, ऊद का इत्र लगाने की सलाह दी जाती है। क्योंकि ये शरीर के तापमान को बढ़ाने की क्षमता रखते हैं।