वैदिक ज्योतिष में बुध बुद्धि और तर्क के कारक हैं। सूर्य के साथ इनकी युति से बुधादित्य राजयोग बनता है।
23 अप्रैल को बुद्धि के कारक, बुधदेव मेष राशि में अस्त होंगे। इससे कुंडली में बुध का बल कम हो जाएगा।
बुध कमजोर हों तो वाणी, व्यापार, शिक्षा, बुद्धि, बैंकिंग आदि से जुड़ी परेशानियां बढ़ सकती है।
कुछ सरल एवं अचूक उपायों से आप अस्त बुध के भी बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।
प्रतिदिन बुधवार को भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा (दूब घास) अर्पित करें। इससे बुध का दोष कम होता है।
घर और कार्यस्थल पर बुध यंत्र स्थापित करें और विधि-विधान से पूजा करें। इससे कुंडली में बुध मजबूत होते हैं।
महीने के एक बुधवार को बुध देव के लिए यज्ञ या हवन करें। बुध की शांति के लिए ये अच्छा उपाय है।
प्रतिदिन पक्षियों को दाने या भीगे हुए चने खिलाएं। इससे बुध देव प्रसन्न होते हैं और पुण्य भी मिलता है।