यजुर्वेद में रुद्राभिषेक की पूरी विधि बताई गई है। इसे शिवभक्तों के लिए जानना बेहद जरुरी है।
घर पर पूजा करते वक्त शिवलिंग को उत्तर दिशा में रखें और भक्त का मुख पूर्व की तरफ होना चाहिए।
अभिषेक के लिए श्रृंगी में सबसे पहले गंगाजल डालें और फिर भगवान शिव का अभिषेक शुरू करें।
इसके बाद गन्ने का रस, शहद, दही, दूध, पंचामृत आदि से शिवलिंग का अभिषेक करें।
अभिषेक करते समय महामृत्युंजय मंत्र, शिव तांडव स्तोत्र या 'ऊं नम: शिवाय' का जप करते रहें।
भगवान को नहलाते वक्त श्रृंगी या जलपात्र को पानी में न डुबोएं। इस तरह डुबोया पानी त्याज्य होता है।
अभिषेक के जल को एकत्रित करके पूरे घर में छिड़काव करें और फिर सभी को पीने के लिए दे दें।