रत्न शास्त्र में बताया गया है कि कुछ रत्नों को धारण करने से पितृ दोष का प्रभाव कम हो सकता है। चलिए इन चमत्कारी रत्नों के बारे में जान लेते हैं।
पितृ दोष लगने पर चांदी की अंगूठी में मोती जड़वाकर धारण करना चाहिए। रत्न शास्त्र के मुताबिक, इससे पितरों की नाराजगी कम हो सकती है।
पितृ दोष को शांत करने के लिए पुखराज रत्न भी शुभ होता है। माना जाता है कि इस रत्न को धारण करने वालों से पितृ प्रसन्न रहते हैं।
पितरों की नाराजगी दूर करने के लिए नीलम रत्न भी धारण करना फायदेमंद माना जाता है। इससे पितृ दोष खत्म हो जाता है।
पितृ दोष का प्रभाव कम करना चाहते हैं तो माणिक्य अंगूठी में जड़वाकर पहनना शुरू कर दें। ऐसा करने का प्रभाव आपको खुद देखने को मिल जाएगा।
रत्न शास्त्र के मुताबिक, पितरों की नाराजगी कम करने के लिए जेड रत्न को भी धारण किया जाता है। इसे धारण करने वालों के ऊपर पितृ दोष नहीं लगता है।
रत्न को धारण करते समय एक बात का ध्यान रखें कि उसका आकार सही होना चाहिए। ज्यादा छोटा या बड़ा रत्न धारण करना शुभ नहीं माना जाता है।
रत्न धारण करने से पहले ज्योतिषी की सलाह जरूर लें। माना जाता है कि हर एक रत्न सभी के लिए धारण करना सही नहीं होता है।
यहां हमने जाना कि पितृ दोष दूर करने के लिए किस रत्न को धारण करना चाहिए। ऐसी ही अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ