शास्त्रों में शंख को पवित्र माना जाता है। शंख की ध्वनि आसपास के वातावरण को शुद्ध करती है। इस वजह से पूजा के दौरान भी शंख को बजाया जाता है।
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, शंख बजाने के अनेक लाभ व्यक्ति को मिलते हैं। इतना ही नहीं, शंख बजाने के कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं।
सवाल खड़ा होता है कि शंख किस समय बजाना चाहिए। मंदिर में तो अक्सर पूजा की आरती के दौरान या बाद में शंख बजाया जाता है।
अगर आप अपने घर पर शंख बजाना चाहते हैं तो सुबह के समय बजाएं। इससे पूरे दिन आपके ऊपर सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव रहेगा।
आप चाहे तो शाम के समय भी शंख बजा सकते हैं। इसके लिए पूजा करने के बाद शंख बजाएं। इससे घर में नकारात्मकता का वास नहीं होगा।
शंख बजाने के लिए पूजा के पहले और बाद का समय भी शुभ होता है। इस समय शंख बजाने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद भी मिलता है।
ज्योतिष के जानकारों की मानें तो शंख बजाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है। दरअसल, शंख की ध्वनि से नकारात्मक शक्तियां समाप्त हो जाती है।
शंख धार्मिक स्थल या घर पर कहीं भी बजाएं। इससे आसपास का वातावरण शुद्ध होता है। खासकर नेगेटिव एनर्जी से छुटकारा पाने के लिए भी शंख बजाने की सलाह दी जाती है।
यहां हमने जाना कि शंख बजाने के लिए शुभ समय क्या होता है। ऐसी ही अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ