25 मार्च 2024 को 100 वर्षों बाद होली के मौके पर चंद्रग्रहण लगने वाला है। आइए जानते है चंद्रग्रहण के समय तुलसी से जुड़ी कौन-सी गलतियां नहीं करनी है?
चंद्रग्रहण 25 मार्च की सुबह 10 बजकर 23 मिनट से दोपहर 3 बजकर 2 मिनट तक रहेगा। हालांकि, यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसी वजह से सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का खास महत्व होता है। घर में तुलसी का पौधा लगाने से घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है। इस पौधे को घर में रखने से सकारात्मकता आती है।
खाने और अन्य पवित्र चीजों में डालने के लिए ग्रहण में तुलसी के पत्तों का उपयोग किया जाता है। तुलसी के पत्तों को सूतक काल से पहले ही तोड़ ले। सूतक काल में ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
तुलसी के पौधे को अगर अपने गमले में रखा है तो चंद्रग्रहण के दौरान इसे गेरू रंग से रंग दें। ग्रहण के दौरान, गमले को खुले में रखने से बचें।
ग्रहण के दौरान आप जिन भी खाने की चीजों में तुलसी की पत्ती डालने वाले है वह सात्विक और पवित्र होना चाहिए। इस दौरान खंडित तुलसी की पत्तियों का उपयोग न करें।
ग्रहण से पहले उपयोग के लिए तुलसी की पत्तियों को हल्के हाथों से तोड़े। इसे नाखून से या झटके से नहीं तोड़ना चाहिए। ऐसा करने से आप पौधे को कष्ट पहुंचा सकते है।
ग्रहण के समय में सूतक काल के दौरान तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ना चाहिए। तुलसी के पौधे को भी नहीं छूना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी रूठ सकती है।
अगर आपको चंद्रग्रहण पर तुलसी के पौधे से जुड़ी गलतियों पर बनी यह स्टोरी जानकारीपूर्ण लगी तो ऐसी ही धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें naidunia.com