माता-पिता अपने बच्चों को सही और गलत के बीच का अंतर जरूर समझाते हैं। हालांकि, हर किसी का बातों को समझाने का अपना एक अलग तरीका होता है।
सभी पेरेंट्स अपने बच्चों के व्यवहार में अच्छी आदतें शामिल करना चाहते हैं। अनुशासन इनमें से ही एक है, जिसका सकारात्मक प्रभाव हर किसी की जिंदगी में देखने को मिलता है।
अक्सर देखने को मिलता है कि माता-पिता बच्चों को अनुशासन सिखाते समय कई गलतियां कर बैठते हैं। इन चीजों का बुरा असर बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ सकता है।
कुछ लोग पब्लिक प्लेस पर अपने बच्चे पर चिल्लाने लग जाते हैं। ऐसा करने से बच्चा आपकी बात पर फोकस नहीं कर पाता है और इस बात की फिक्र करने लग जाता है कि आसपास में मौजूद लोग क्या सोच रहे होंगे।
माता-पिता कई बार किसी बात को लेकर जरूरत से ज्यादा रिएक्ट कर देते हैं। बच्चों की छोटी सी गलती पर जरूरत से ज्यादा चिल्लाना बिल्कुल भी सही नहीं होता है।
आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि जब पेरेंट्स बच्चे को अनुशासन सिखाते हैं तो वह बहुत ज्यादा नेगेटिव हो जाते हैं। माता-पिता को अपने बच्चों के अच्छे कार्य की तारीफ भी करनी चाहिए।
यह एक सबसे बड़ी गलती है कि हम बच्चों को अनुशासन सिखाते हैं, लेकिन खुद उन बातों को फॉलो नहीं करते हैं। इसकी वजह से बच्चा भी अनुशासित रहना नहीं सीखेगा।
ऑफिस की वजह से आप स्ट्रेस में रहते हैं तो आपको इसका गुस्सा बच्चों पर नहीं निकालना चाहिए। बच्चों को समझाते समय दूसरी चीजों को बिल्कुल अलग रखें।