अगर आप लंबे समय से कब्ज की समस्या से परेशान हैं, तो बथुआ साग का सेवन कर सकते हैं। इस साग के सेवन से कब्ज में आराम मिलता है।
इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए डाइट में बथुआ को शामिल कर सकते हैं। इसमें विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। दाल युक्त बथुआ में सेंधा नमक मिलाकर खाएं।
महिलाओं को माहवारी में अनेक प्रकार की परेशानियों से गुजरना पड़ता है। अनियमित माहवारी या रुक रुक कर माहवारी की समस्या को दूर करने के लिए बथुआ का सेवन करें।
बथुआ को पानी में उबालकर रस पीने से त्वचा संबंधी परेशानी दूर होती है। रक्त भी साफ होता है। शरीर में मौजूद टॉक्सिन बाहर निकल जाता है। किडनी भी स्वस्थ रहती है।
बथुआ साग का रस, उबाला हुआ पानी पिएं। इससे पेट की सभी प्रकार की बीमारियां यकृत, तिल्ली, अजीर्ण, गैस, कृमि, दर्द, अर्श पथरी ठीक हो जाते हैं।
पथरी हो तो एक गिलास कच्चे बथुआ के रस में शकर मिलाकर नित्य सेवन करें तो पथरी टूटकर बाहर निकल आएगी। इसके नियमित सेवन से काफी फायदे मिलते हैं।
मूत्राशय, गुर्दा और पेशाब के रोगों में बथुए का साग लाभदायक है। पेशाब रुक-रुककर आती हो, कतरा-कतरा सी आती हो तो इसका रस पीने से पेशाब खुलकर आती है।