हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का काफी महत्व होता है। अगर इस के नियमों का पालन किया जाए, तो घर के लोगों को भी इसका फायदा मिलता है।
घर के सबसे अहम हिस्सों में से एक बेडरूम है। यदि घर का बेडरूम वास्तु के अनुसार न हो, तो नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मुखिया का बेडरूम दक्षिण-पश्चिम की ओर होना चाहिए। इस दिशा में बेडरूम होने से आयु में वृद्धि होती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार के अगर किसी दंपति का बेडरूम अगर किसी दंपति का बेडरूम दक्षिण -पूर्वी में है, तो यह क्लेश का जड़ हो सकता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार दंपति जीवन में सुख-शांति के लिए सदैव बेडरूम की दिशा को उत्तर पश्चिम या दक्षिण पश्चिम में होना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार के घर में बच्चे का बेडरूम उत्तर-पश्चिम या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। बच्चों के लिए ये दिशा लकी माना जाता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आपके घर में डबल बैड है, तो दो गद्दे नहीं बल्कि एक ही गद्दा रखने की कोशिश करें।
वास्तु शास्त्र के अनुसार इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि बेडरूम घर के केंद्र में न बना हो। केंद्र में बना बेडरूम नींद खराब हो सकती है।