आजकल खराब लाइफस्टाइल और बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को स्किन से जुड़ी कई समस्याएं होने लगती हैं।
बाजार में मिलने वाले स्किन प्रोडक्ट्स भी लंबे समय तक इस्तेमाल किये जाने पर त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
स्किन से जुड़ी कई समस्याओं का इलाज आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से किया जा सकता है। इन्हीं में से एक है बबूल की छाल।
आयुर्वेद में प्राचीन काल से ही बबूल की छाल का इस्तेमाल स्किन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता रहा है।
पिंपल या एक्ने की शिकायत होने पर नियमित रूप से बबूल की छाल का उपयोग करें। इससे जल्दी राहत मिलती है।
बबूल की छाल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इसके इस्तेमाल से संक्रमण होने के खतरे को कम किया जा सकता है।
बबूल की छाल में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं, जो स्किन की सूजन, जलन और लालिमा को दूर करने में मदद करते हैं।
कटे-छिले या घाव पर लगाना हो, तो इसे अच्छे से पीसकर और पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। फिर घाव पर लगाएं।
अगर पिंपल आदि का इलाज करना हो तो बबूल की छाल को रात भर पानी में भिंगो कर रख दें और सुबह उससे मुंह धोएं।