शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना एक आम समस्या बन गई है। इसकी मात्रा बढ़ने को हाइपरयुरिसीमिया कहा जाता है।
यूरिक एसिड बढ़ने से न केवल गठिया बल्कि किडनी की पथरी और कई अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए घरेलू उपायों में एक है पान का पत्ता। आइये आपको इसके फायदे बताएं।
पान के पत्ते यूरिक एसिड लेवल को कम करने में कारगर माने जाते हैं। कुछ शोधों से इसकी पुष्टि हुई है।
पान के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिक होते हैं, जो जोड़ों की परेशानी और दर्द को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए रोजाना पान के पत्ते चबाएं। लेकिन इसमें तंबाकू या कोई और चीज ना मिलाएं।
ये एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट है जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से निपटने और ब्लड ग्लूकोज के कारण होने वाली सूजन को कम करने में मदद करता है।
भोजन के बाद पान के पत्ते चबाने से दांत दर्द, मसूड़ों में दर्द, सूजन और ओरल इंफेक्शन से भी राहत मिलती है।