मडुआ के आटे की रोटी सेहत के लिए वरदान मानी जाती है, लेकिन अब कम ही लोग खाते है। अब लोग गेहूं के आटे की रोटी ज्यादा खाते है।
मडुआ के आटे में कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन, मिथियोनिन, फाइबर, लेशिथिन, फास्फोरस, कैरोटीन और कार्बोहाइड्रेट जैसे भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
मडुआ के आटे की रोटी खाने से हड्डियों को भी मजबूती मिलती है। दरअसल, इस आटे में कैल्शियम की प्रचुर मात्रा पाई जाती है।
अगर आप मोटापे से परेशान है, तो मडुआ के आटे की रोटी खा सकते है, क्योंकि इसमें उच्च फाइबर पाया जाता है, जो वजन को कम करता है।
मडुआ के आटे यानी रागी की रोटी खाने से पेट भी दुरुस्त रहता है। मडुआ के आटे की रोटी पेट से जुड़ी समस्याओं में कारगार साबित होता है।
मडुआ की रोटी खाने से भूख कम लगती है, जिससे डायबिटीज के रोगी को बार-बार भूख नहीं लगती। दूसरा मडुआ ग्लूटन फ्री होता है, जिससे ग्लूकोज के स्तर में गिरावट आती है।
मडुआ के आटे की तासीर गर्म होती है। इसलिए, इसका सेवन गेहूं के आटे में मिलाकर खाना चाहिए, ताकि पाचन पर बुरा असर न पड़े।
मडुआ के आटे की रोटी सेहत के लिए अच्छी होती है। हेल्थ की खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ