शरीर में प्रोटीन की अधिकता से यूरिक एसिड बढ़ने लगता है। इसकी वजह से जोड़ों के दर्द समेत कई समस्याएं खड़ी हो जाती हैं।
दरअसल अधिक मात्रा में बना यूरिक एसिड ब्लड के जरिए पैरों की अंगुलियों, टखनों, घुटनों, कोहनी और कलाइयों के जोड़ों में जमा होने लगता है।
इस दर्द से राहत के लिए यूरिक एसिड को कंट्रोल में रखना जरूरी होता है। इसमें कुछ जड़ी-बूटियां बहुत फायदेमंद हो सकती हैं।
गिलोय की ताजी पत्तियों को उबाल लें और छान कर पीएं। यह शरीर में पित्त की मात्रा को नियंत्रित करता है और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाता है।
काली किशमिश हड्डियों की डेंसिटी बढ़ाता है। इसके रोजाना सेवन से यूरिक एसिड के दर्द और गठिया से आराम मिलता है।
गुग्गुल एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। इसके काढ़े का सेवन करने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है।
इसे यूरिक एसिड को कंट्रोल करने का कारगर उपाय माना जाता है। इसका पाउडर बनाकर रोजाना सेवन करने से बहुत लाभ मिलता है।