रत्न और मोती को धारण करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसलिए, आज हम बताएंगे कि इसे कब धारण करना शुभ होता है-
रत्न और मोती को धारण करते समय शुभ मुहूर्त का होना जरूरी है, क्योंकि इस समय धारण करने से इनका प्रभाव ज्यादा होता है।
रत्न पहनने से पहले कुंडली में ग्रहों की स्थिति जरूर पता करें, क्योंकि ग्रहों की स्थिति गलत होने पर रत्नों का नकारात्मक प्रभाव हो सकता है।
रत्न को सुबह 6-8 बजे के बीच शुभ मुहूर्त या शुक्ल पक्ष में धारण करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
मोती का संबंध चांद से होता है, इसलिए, इसे सोमवार के दिन धारण करना शुभ माना गया है। ऐसा करने से जीवन में शांति और स्थिरता बनी रहती है।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक पूर्णिमा के दिन मोती या चंद्रमा से जुड़े किसी भी रत्न को धारण करना शुभ माना जाता है।
गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र होने पर गुरु पुष्य योग बनता है। ऐसे में रत्न को इस दिन धारण करने से जीवन में सुख-शांति बढ़ती है।
किसी भी रत्न या मोती को धारण करते समय उससे संबंधित ग्रह के मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है।
रत्न और मोती को शुभ मुहूर्त में धारण करने से कई लाभ हो सकते हैं। यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए दी गई है, ऐसी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें naidunia.com