अगर आप बवासीर के मरीज हैं, तो पान के पत्ते रामबाण साबित हो सकते हैं। आइए इसके इस्तेमाल करने के सही तरीके जानते हैं।
बवासीर लाइफस्टाइल से जुड़ी एक गंभीर समस्या है। इसके मरीजों को मल त्यागने में काफी दिक्कतें आती है। कई बार तेज दर्द भी होता है, क्योंकि मल कठोर हो जाता है।
बवासीर की समस्या से राहत पाने के लिए पाने के पत्तों का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके पत्तों का उपयोग 3 तरीकों से किया जा सकता है।
मल त्यागने से पहले 1 पाने के पत्ते में हल्का सा चूना और कत्था लगाकर खाएं। ऐसा करने से बवासीर में लाभ मिलेगा।
पान के 5 पत्तों को सिलबट्टे पर बिना पानी के पीस लें। उसके बाद पेस्ट को मलद्वार पर लगाएं और कुछ देर के लिए पेट के बल लेट जाएं। ऐसा करने से मलद्वार का सूजन कम होता है।
बवासीर वालों के लिए पान के पत्ते का पानी भी फायदेमंद होता है। पत्तों को पानी में डालकर उबालें और फिर सेवन करें।
पान का पत्ता खाना या उसका पानी सुबह खाली पेट इस्तेमाल करना चाहिए। मल त्यागने से कम से कम 1 घंटे पहले पान के पत्ते का उपयोग करें।