बिजी लाइफस्टाइल और खानपान की खराब आदतों की वजह से 30 साल की उम्र के बाद आजकल हड्डियां कमजोर होने लगती है। जानें कारण, लक्षण व उपाय
हमारे शरीर में हड्डियां कैल्शियम, प्रोटीन और फास्फोरस से मिलकर बनती है। खराब लाइफस्टाइल के कारण पोषक तत्वों की कमी से हड्डियां कमजोर होने लगती है।
हड्डियों का एक निश्चित घनत्व होता है, जो एक उम्र के बाद पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में तेजी से घटने लगता है। देश में 46 मिलियन महिलाएं ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित है।
हड्डियों के कम होते घनत्व के कारण पीठ दर्द होना एक आम लक्षण है। रीढ़ की हड्डियां कमजोर होने की वजह से सामान्य दबाव तक झेल नहीं पातीं हैं।
हड्डियों का घनत्व कम होने के कारण व्यक्ति के गिरने पर उसकी कलाई, कूल्हे या पीठ की हड्डी में गंभीर चोट लगने की संभावना होती है।
घंटों बैठकर काम करने के कारण हड्डियों में अकड़न हो जाती है और पैरों में बार-बार ऐंठन या दर्द महसूस हो सकता है। मोटापे के कारण भी हड्डियां कमजोर हो जाती है।
हड्डियां मजबूत करने के लिए आहार में फलों और तरल पदार्थों का सेवन करें। कैल्शियम, विटामिन-D, प्रोटीन, पोटेशियम और मैग्नीशियम से भरपूर आहार लें।
शारीरिक व्यायाम हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। यदि किसी को हड्डियों से संबंधित ज्यादा समस्या है तो ज्यादा कठिन एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए।