ब्रेस्टफीडिंग कराने से आपका बच्चा मजबूत तो होगा ही साथ ही वह कई प्रकार की बीमारियों से दूर भी रहता है। आज हम आपको बताएंगे ब्रेस्टफीडिंग से बेबी को मिलने वाले फायदों के बारे में।
बच्चे के लिए मां का दूध किसी अमृत के समान होता है। मां के दूध में बच्चे के लिए जरूरी सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं। ऐसे में बच्चे के संपूर्ण विकास के लिए ब्रेस्टफीडिंग कराना बेहद जरूरी होता है।
मां का दूध बच्चों की इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करता है। मां का दूध शिशु के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं होता हैं। मां का दूध शिशु को दस्त और निमोनिया की बीमारियां के खतरे को भी दूर रहता है।
ब्रेन ग्रोथ के लिए मां का दूध काफी फायदेमंद होता है। स्तनपान करने वाले बच्चों में कॉग्निटिव फंक्शन बेहतर रहता है। मां के दूध में फैटी एसिड और अन्य पोषक तत्व होते है जो ब्रेन की ग्रोथ में मदद करते है।
पाचन तंत्र को बेहतर करने में मां का दूध बेहद फायदेमंद होता है। मां के दूध में नवजात के पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के लिए जरूरी एंजाइम होते है।
ब्रेस्टफीडिंग कराने से बच्चे में डायबिटीज, एलर्जी, अस्थमा, मोटापा और अन्य बीमारियों का खतरा कम होता है। मां का दूध बच्चे के शरीर में उचित मात्रा नें पोषण भर देता है।
मां के दूध में एंजाइम, एंटीऑक्सीडेंट, प्रोटीन, विटामिन और कार्बोहाइड्रेट होता है। स्तनपान करने से शिशु को सभी अहम पोषक तत्व मिलते हैं।
बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराते समय दूध पिलाने की स्थिति बदलते रहना चाहिए। डॉक्टर से परामर्श करके भी आप अपने दूध पिलाने की सही स्थिति और तकनीक का पता लगा सकते हैं।