बुध को ग्रहों के राजकुमार कहा जाता है जो बुद्धि, वाणी और तर्क के कारक ग्रह है।
2 अप्रैल को बुध मेष राशि में वक्री हो गए हैं। यह वक्री गति में मीन राशि में गोचर कर जाएंगे। इस प्रकार दो शुभ योगों का निर्माण करेंगे।
बुध जब वक्री अवस्था में मीन राशि में गोचर करेंगे। तब सूर्य और शुक्र के साथ युति करेंगे। ऐसे में सूर्य, बुध और शुक्र की युति से अत्यंत शुभ योग का निर्माण होगा।
शुक्र और बुध की युति से लक्ष्मीनारायण राजयोग बनेगा। वहीं, सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य राजयोग बनेगा। इन दोनों योगों का शुभ प्रभाव 12 राशियों पर दिखाई देगा।
इस राशि के जातकों के लिए लक्ष्मीनारायण और बुधादित्य राजयोग फलदायी रहेंगे। आय में वृद्धि के नए स्त्रोत प्राप्त होंगे। बैंक-बैलेंस बढ़ेगा।
इस राशि के जातकों के लिए बुधादित्य और लक्ष्मीनारायण राजयोग शुभ रहेगा। इस अवधि में मनोकामना पूरी होंगी। हर कदम पर परिवार का साथ मिलेगा। सेहत अनुकूल रहेगी।
दोंनों योग तुला राशि के लिए शुभ साबित होंगे। करियर और व्यापार में प्रगति की प्राप्ति होगी। नौकरी के सुनहरे अवसर प्राप्त होंगे।