ग्रीन टी का सेवन चाय के मुकाबले में अच्छा माना जाता है। आइए जानते हैं कि क्या फैटी लिवर के मरीज ग्रीन टी पी सकते हैं?
यह लिवर से जुड़ी एक समस्या है। इसके नाम से ही समझ आ रहा हैं कि लिवर में अधिक फैट जमने को फैटी लिवर कहा जाता है।
फैटी लिवर की समस्या गलत खानपान के कारण होती है। साथ ही, इसे कम भी हेल्दी चीजों को खाकर और पीकर किया जा सकता है।
अगर आप फैटी लिवर के शिकार हो चुके हैं, तो ग्रीन टी का सेवन करना फायदेमंद होगा। इसे पीने से आपको काफी आराम मिलेगा।
ग्रीन टी का सेवन करने से लिवर का फैट कम होने लगता है। खासकर नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर वालों के लिए फायदेमंद होता है।
इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुण पाए जाते हैं, जो लिवर को हेल्दी बनाने में मददगार होती है। साथ ही, उसकी कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
ग्रीन टी का सेवन फैटी लिवर में फायदेमंद होता है, लेकिन ज्यादा पीने से परहेज करना चाहिए। रोजाना 2 कप से ज्यादा न पिएं।