पेरेंट्स को अपने बच्चों से एक लिमिट तक ही दोस्ती रखनी चाहिए, ज्यादा ओवर फ्रेंडली होने पर बच्चे आपकी सलाह को भी नहीं मानते हैं और बिगड़ जाते हैं।
बच्चों से फ्रेंडली रहना बेहद जरूरी है ताकि अगर सच में कोई परेशानी हो तो वो आपसे साझा कर सकें लेकिन ओवर फ्रेंडली होने के कई नुकसान होते हैं।
आपके ओवर फ्रेंडली होने पर बच्चों को महसूस होने लगता हैं कि आप उनका गलत काम में भी साथ देंगे और वो गलती से अपराध की तरफ कब बढ़ जाते हैं, पता नहीं लगता। आगे चलकर वो आपकी सलाह भी नहीं मानते हैं।
बच्चे एक उम्र तक काफी जिद्दी होते हैं और अपनी जिद को पूरा करने के लिए वो पेरेंट्स को कभी-कभी मजबूर कर देते हैं। ऐसे में अगर आप की एक थोड़ी सख्त इमेज भी बच्चे के मन में हो तो आप उसे समझा सकते हैं।
चाहे छोटा हो या बड़ा, कमजोर हो या ताकतवर अपने बच्चों को उनका आदर करना सीखाएं। आपके दिये अच्छे संस्कार आगे चलकर बच्चे को काफी काम आएंगे।
अगर आपका बच्चा अपने हम उम्र या छोटे भाई बहन, बड़े भाई बहन से भी गलत तरीके से बात या व्यवहार कर रहा है तो उसे तुरंत डांटे और ऐसा करने से रोके।
हर छोटी-छोटी बात पर अपने बच्चे को डांटने के बजाय उसे सिर्फ गलतियों पर ही डांटे। ध्यान रखें की छोटी मोटी बातों पर टोकते रहने से ही वो समझदार हो जाएगा।
बच्चों को पैसा या उनके जरूरत के संसाधन उस हद तक ही उपलब्ध करवाएं, जिससे कि वो ज्यादा न लगें। खासकर अपने बच्चों को पैसे की लत तो बिल्कुल न लगने दे।
याद रखें कि अगर आप अपने बच्चों से ज्यादा ओवर फ्रेंडली होते हैं तो वो समय के साथ आपका सम्मान करना भी छोड़ देते हैं।