व्रत के दौरान अक्सर कई चीजों को खाने में लेकर लोग संदेह में रहते है। आइए जानते हैं क्या फास्ट में ग्रीन टी पीना चाहिए या नहीं?
फॉस्टिंग के दौरान लोग अपने इष्ट को याद करते है और सच्चे मन और श्रद्धा से उनका ध्यान करते हैं। अलग- अलग पर्वों पर व्रत रखने से कई प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
व्रत के दौरान अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए। व्रत में लोग सिंघारा के आटे से बने व्यंजन, आलू से बने व्यंजन, फला आदि का ही सेवन करते है।
व्रत के दौरान आप मूंगफली, बादाम, काजू, मखाना, अखरोट आदि का सेवन भी कर सकते है। व्रत में ये आपकी एनर्जेटिक बनाएं रखेंगे।
ग्रीन टी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। मोटापे को कम करने से लेकर बॉडी में एंटीऑक्सीडेंट भरने तक में यह बेहद फायदेमंद होती है।
कई लोगों के मन में यह संदेह रहता हैं कि कही ग्रीन टी पीने से उनका व्रत तो नहीं टूटेगा। उपवास के दौरान ग्रीन टी पीने में कोई हर्ज नहीं हैं।
ग्रीन टी का सेवन करने से एसिडिटी नहीं होगी, साथ ही आपका एनर्जी लेवल भी बढ़ेगा। अगर आप खाली पेट फॉस्ट रख रहें हैं तो हर 2 घंटे में ग्रीन टी पी सकते हैं।
ग्रीन टी यानि हरी चाय कैमेलिया साइनेन्सिस नामक पौधे की पत्तियों से बनाई जाती हैं। इसके सेवन से शरीर में मेटॉबालिज्म रेट बेहतर होता हैं।