Cause of Suicide: इस हार्मोन के घटने से लोग उठाते हैं आत्महत्या जैसा कदम


By Sameer Deshpande2022-12-31, 16:00 ISTnaidunia.com

सर्दियों में बढ़ते हैं मामले

नए साल की शुरुआत सर्दियों से होती है और इस मौसम में आत्महत्या के मामले बढ़ जाते हैं।

डिप्रेशन की समस्या आती है

सर्दी के मौसम में डिप्रेशन, सीजनल डिप्रेशन, मूड स्विंग्स, लो मूड जैसी समस्याएं बढ़ जाती है।

मानसिक रोगियों में इजाफा

मानसिक रोगियों की संख्या भी सर्दियों के मौसम में बढ़ जाती हैं। समस्याएं ज्यादा बढ़ जाने पर कई लोग आत्महत्या जैसा कदम भी उठा लेते हैं।

सूर्य की रोशनी कम होती है

सर्दी के मौसम में सूरज की रोशनी कम होना, सूरज की तपन भी कम होने से मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ जाता है।

स्वस्थ जीवनशैली नहीं अपनाते

सर्दियों के मौसम में लोग अपने खान-पान का ध्यान नहीं रखते। स्वस्थ जीवनशैली नहीं अपनाते। इससे डिप्रेशन का खतरा भी बढ़ जाता है।

खास हार्मोन है डिप्रेशन का कारण

सर्दियों में डिप्रेशन के मरीजों के बढ़ने के पीछे शरीर से एक खास हार्मोन की कमी को बताया जाता है।

हैप्पी हार्मोन की कमी

खास हार्मोन है डोपामिन। इसे हैप्पी हार्मोन भी कहा जाता है और यह मानसिक तनाव को कम करता है।

बढ़ते हैं कार्टिसोल

सर्दियों में डोपामिन हार्मोन शरीर में घट जाता है और डिप्रेशन बढ़ाने वाला हार्मोन कार्टिसोल बढ़ जाता है।

अवसाद तक पहुंचते हैं

कार्टिसोल बढ़ने से व्यक्ति में नकारात्मकता बढ़ जाती है और वह अवसाद की स्थिति में पहुंच जाता है।

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