व्यक्ति का जीवन वास्तु शास्त्र से काफी जुड़ा होता है क्योंकि घर से लेकर जीवन की हर एक इकाई में वास्तु शास्त्र का महत्व होता है। ऐसे में होली पर भी वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना चाहिए।
हिंदू धर्म में त्योहारों का खास महत्व होता है। इस साल होली 25 मार्च को होगी। 24 मार्च की रात में होलिका दहन और 24 मार्च 2024 को होली खेली जाएगी।
होली खेलने से पहले एक बार वास्तु शास्त्र के नियमों का जान लें। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की दिशाओं के अनुसार रंगों का चयन करना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, किसी का घर पूर्व मुखी का है, तो उसे होली पीला, लाल, हरा, गुलाबी, नारंगी जैसे गहरे रंगों से खेलना चाहिए। इन रंगों से यश-वैभव में वृद्धि होती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, यदि किसी का घर उत्तर मुखी वाला है, तो उसे होली पीला, हरा, नीला और आसमानी रंगों से खेलना चाहिए। इन रंगों से होली खेलने से परेशानियां दूर होती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर आपका घर पश्चिम मुखी वाला है, तो आपको होली हल्के नीले, सुनहरे या सफेद रंग होली खेली खेलना चाहिए। इन रंगों से जीवन में सुख-शांति आती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति का घर दक्षिण मुखी वाला है, तो उसे गुलाबी, नारंगी, लाल और बैंगनी रंग से होली खेलना चाहिए। इन रंगों से आर्थिक लाभ मिलता है।
लेख में दी गई सभी जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।
घर की दिशा के अनुसार, होली पर रंगों का चयन करें। धर्म और अध्यात्म की और खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ