22 तारीख से शुरू हो रही चैत्र नवरात्रि में कलश स्थापना का शुभ योग और मुहूर्त के बारे में जानिए।
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन वि घट स्थापना से की जाती है।श्रीमद् देवी भागवत पुराण के मुताबिक सुबह उठकर स्नान कर मां का आह्वान करें और कलश पर नारियल रखकर उसे लाल चुनरी बांध दें और आम के पत्ते की टहनी रखे
नवरात्रि के पहले दिन मिट्टी का कलश लें और उसे शुभ मुहूर्त में मंदिर में ईशान कोण में स्थापित कर दें।इसके बाद मिट्टी के बर्तन में थोड़े से चावल डालें और उसपर नारियल को चुनरी में बांधकर रख दें।
याद रहें की कलश की स्थापना के समय कलश के अंदर जल डालते समय एक का सिक्का अवश्य डाल दें। इसके अलावा कलश पर कलावा बांधे और स्वास्तिक बनाएं।
दिल्ली में कलश स्थापना का समय सुबह 6.45 से साढ़े सात बजे तक होगा। वहीं मुंबई में सुबह 6.59 से 7.57 बजे तक और हैदराबाद में प्रात: 6.22 से 7.37 मिनट तक रहेगा।
कोलकाता में स्थापना का समय सुबह 5.57 से लेकर 6.52 तक रहेगा। वहीं भोपाल में सुबह 6.27 से 7.36 तक, पटना में सुबह 5.55 से 7.03 तक और लखनऊ में सुबह 6.13 से 7.19 तक।
चंडीगढ़ में कलश स्थापना साढ़े 6 बजे से लेकर साढ़े 7 बजे तक होगी, देहरादून में 6.24 से 7.27 तक और चेन्नई में 6.25 से साढ़े सात बजे तक कलश स्थापना का समय हैं।
नवरात्रि के दौरान इन चीजों का खास ख्याल रखें कि आप तामसिक भोजन न करें, माता की अच्छें से पूजा करें और नवरात्रि के नौ दिन अगर व्रत रख रहें हो तो दाढ़ी बाल न कटवाएं।